याद
आज फिर तेरी याद आयी
हा टूट गया फिर थोड़ा सा
मगर तेरी चाहत थी जो मुझे अपने संग लायी
हा आज फिर तेरी याद आयी ।।
फिर आज मै उन लम्हों में लौट सा गया
फिर हा आज फिर तुम्हारे खावाबो में खो गया
सुन कर तेरी बाते निंदिया बहुत देर अाई
हा आज फिर तेरी याद अायी।।
रो कर चुप कराया खुद को
खुद से खुद में संभाला खुद को
फिर सोच कर तुम्हे पराया
हर बार बस तेरी झलक नजर अाई
हा आज फिर तेरी याद आई।।
ख़ामोश मेरा हर ज़र्रा हो गया
खफा था जो बेवफा हो गया
फिर याद तेरी रुसवाई अाई
हा आज फिर तेरी याद आयी।।
खामखां ही सही पर मै रोया बहुत
आज फिर खुद को खोया बहुत
मगर फिर याद तुझे कहा इन बातो से फर्क पड़ता है
फिर क्यों हर बार मेरा दिल यही कहता है
अपनी है जी ना की पराई है
हा आज फिर तेरी याद आई है
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मगर ना जाने क्यों अब तुझसे मिलना नहीं है
तेरे बिन जी लेगे बस तेरे लिए अब और लड़ना नहीं है
और हा रोना धोना होता ही रहता है
पर तेरे लिए अब रोना नहीं है
आंखो को अब बेवजह भिगोना नहीं है
फिर अब क्या कहूं दिल में बस एक बात अाई है
हा हा हा आज फिर तेरी याद आयी है ।।
हा आज फिर तेरी याद आयी है ।।
2 Comments
Bht badhiya
ReplyDeleteShaandaar 🔥🌹❣️
Like it ❣️
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