ना जाने क्यों आज चुप रहना चाहते है हम
मगर फिर तुमसे बहुत कुछ कहना चाहते है हम
और जानता हूं तुमने बात ना करने की ठानी है
पर आज तुमसे तुम्हारा हाल पूछना चाहते है हम ।।
ना जाने क्यों आज फिर बहुत याद आयी हो
संग अपने वो मीठी सी पुरानी यादे लाई हो
और दो दिन से सही से सोए नहीं है
पता नहीं क्यों यार कल सपने में तुम कुछ परेशान नजर अाई हो ।।
कल तुम्हारी याद ने रिकॉर्ड तोड दिया
ना जाने क्यों अपनो ने मुंह मोड़ लिया
और वक्त बेवक्त तुम गुस्सा हो ये याद आता है
जानती हो हमने मेरे सपनो ने बीच मैदान में दम तोड़ दिया।।
ना खाता हूं ना पीता हूं
चाय से भी आजकल दूर हूं मै
हाल जानना है नहीं जान सकता
क्या अब इतना मजबुर हूं मै ।।
तुम परेशान ना हो इसलिए कुछ बताया नहीं
मगर तुमसे शायद कुछ छिपाया नहीं
और तुम्हारे गुस्से वाले प्यार को नमन है
आज तो खुद मै भी इसके आगे टिक पाया नहीं।।
ना जाने क्यों टूट रहा हूं मै
खुद से फिर रूठ रहा हूं मै
मगर फर्क है अपनी मोहब्बत पर
इसी के भरोसे तो जुदाई के ये घूंट पी रहा हूं मै ।।
आज फिर तुमारी याद में अकेले बैठा हूं
बस तुम तुम्हीं पर लिख रहा हूं
और जानती हो मायूसी में किस तरह लिपट गए है हम
बस ये समझ उन दिनों बाद आज फिर बच्चो सा रोए है हम ।।
की तुम्हारे बिन नहीं रहना चाहता हूं मै
तुम्हे अपना कहना चाहता हूं मै
और इल्तज़ा इतनी की तुम मान जाओ
बस एक बार _- हम थे तुम्हारे है तुम्हारे और रहेंगे तुम्हारे सुनना चाहते है ।।
हां हम बस तुम्हारे होना चाहते है ।।
7 Comments
Bht khoob bht badhiya
ReplyDeleteNice one
ReplyDeleteBahut hi behtreen....
ReplyDeleteKya khoob likha h aapne...👌👌
ReplyDeleteHeart breaking💔💔
ReplyDeleteKoi ni ..chaliye issi bahane blog to acche-2 likh rahe ho aap😋😊
ReplyDeleteWell done...keep it up 👍
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