।। एक लाचार लड़की।।
की मैं छोटी सी नादान, कुछ हसमुख कुछ चंचल कुछ मनभावन ।
कहते है सब मै खूबसूरत थी ।।
बात लगभग मेरे बचपन की है उम्र का पता नहीं पर मै 7th क्लास में थी ।।
कहते है इसी उम्र के बच्चे बड़े माने जाते है
पर सच बोलूं तो होते वो बच्चे ही है
बात साम 4 बजे की है मै स्कूल से वापस आ रही थी ।। और वो हमेशा की तरह काम से छुट्टी लेकर आया था । एक अड़ियल थोड़ा सा मनचला सा लड़का जो मेरे साथ कुछ अरमान पूरे करना चाहता था
लाखों कस्मे खाली ,,, बोला सच में कसम से तुम से ज्यादा किसी की इज्जत नी करता
और रोक कर मुझे ही रोड पर यू शर्मिंदा करता रहा ।।
आज मै डर गई मगर लाचार थी किसे बताऊं उन दोस्तो को जो सोच रही थी उसने उन्हें प्रपोज क्यू नही किया ,, किसे बताऊं रिक्सा वाले को जो खुद अजीब नज़रों से देखता था और घर पर बोल पाती इतनी मेरी हिम्मत नहीं थीं।
सोचा इधर उधर से अच्छा हिम्मत करके मै खुद उसकी खबर लूंगी
पर फिर डर गई क्या बोलेंगे सब ,,एक लड़की इस तरह ना स ही ना होगा
अब क्या चुप चाप शांत रहने लगी आज अहसास हुआ कि काश छोटा ही सही पर मेरा भी एक भाई होता ।।
जिसके पास मै अपने दर्द को बयां कर पाती
कुछ सुनती जरुर मगर खुल कर रो पाती
लोग लाख ताने मारते मगर एक सहारा होता
अरे मै लड़ जाती दुनिया से बस मेरे साथ चलने वाला कोई एक हमारा होता।।
आज का दिन वो दिन था जिस दिन मेरे स्कूल का last paper सोचा यहां से अगले साल नाम कटाकर कही और लिखवा लुगी ये बात सिर्फ बस मेरी बेस्ट freind को पता थी।।
हा एक बात बोलूंगी--
कभी भी ना जिंदगी में जो आपके लिए जो कभी खड़ा ना हो बोले ना उसे दिल की बात ना बताना वरना वो उसे वक्त आपके खिलाफ बोलता है जब आपको उसकी जरूरत होती है।।
वहीं हुआ मेरे साथ ,, मेरी freind ने उसको बता दिया मै स्कूल छोड़ने वाली हूं ।।
सोचा था चुप चाप निकल जाऊंगी
मगर वो स्कूल के है गेट पर खड़ा था
मुकस्कुरा कर बोला- चली जाओगी मै तुम्हारे आलावा किसी और का नहीं होना चाहता
आज हिम्मत करके उसे डांट दिया
थप्पड़ मारने का मन था मगर उसने यार तेजाब की बोतल निकल ली ।
आज फिर डर गई मै
हा लाचार थी मै लड़की थी ना कुछ बोल भी ना पाई।।
मगर इतना जरूर जाना की सब एक जैसे नहीं होते ,, हा मेरा रिक्शा वाला ,, मेरे भइया जी उन्होंने बोतल पकड़ ली ,, और जमा दिया एक उसके
और बस इतना बोला बेटा डरो मत इनकी ऐसी की तैसी जयी का कोई भी आ जाए हमरी बहनी का कुछ ना कर पहिए
ऐसा लगा जैसे बरसो की मुराद पूरी हो गई
मुझे आज एक भाई मिल गया ।।
हा मुझ पर तेजाब नहीं गिरा ।
इसलिए शायद आप लोगो ने मुझे ज्यादा पढ़ा नहीं ।।
मगर बहनों याद रखना जो भूल मुझसे हुई वो तुम ना करना
सब आगे नही आते,, अक्सर कोई साथ नहीं देता
इसलिए
मा बाप से कुछ छुपाना मत
खुद को अकेला ना समझना ।।
Love you both
Bye🤗
।। EK ANJAAN LADKI ।।
3 Comments
Badhiya ....
ReplyDeleteBht badhiya....
Khoob likha hai
ReplyDeleteAap ka likha .... khoob nhi...behad khoob...subanallah,....
ReplyDeleteKhuda ne kya khoob khasiyat se nawaza h aapko