corona shayari in hindi|| कोरोना पर शायरी हिंदी ||
सब ने पाल रखा था बड़ा होने का भ्रम
तूने सारे धर्मों को मिटा दिया
अरे एक छोटी सी बीमारी ने यारों
अच्छे-अच्छे को हिला दिया
घर से दूर चले थे घर चलाने के लिए
तूने फिर घर का रास्ता दिखा दिया
कोरोना तूने ना जाने कितनों के
सपनों को पल भर में मिटा दिया
फक्र इतना रहा कि मैं कमजोर दिखता नहीं
अगर तूने मुझे भी डरा दिया
हारे करो ना तूने बस
ना रुकने वाले पैरों को भी घर में बैठा दिया
फासले रखने को बोलते हैं सभी
मगर तूने फसलों को मिटा दिया
जो कहते थे घर रुकना बोरियत है
उन्हें घरवालों से मिलने को तरसा दिया
तू है तो एक बीमारी मगर तूने राज कई खोले हैं
अनु की चाह दिखाइए
पर आयोग की पहचान तूने
मगर मगर बात इतनी है कि वफा तुझसे ना कर सके
हम बस इंसान हैं यह कहने को भी हम ना रह सके।।
मिट गए धूल से
जो तन कर चले
और घर में छुप कर रहने वाले हंसते रहे
हां है तो तू एक बीमारी मगर तूने राज कई खोले हैं
फलसफे दिखाएं दुनिया को
नहीं आंकड़ों से मिलाया है
जिसका सर ना झुका कहीं
उसने भी तेरे दर पर सर झुकाया है
मौत के सौदागर तूने
खेल बड़े-बड़े खेले हैं
है तो तू बस एक बीमारी मगर तूने राज कई खोले हैं।।
अपनों को दूर कर बचाया जा रहा है
अपनों को दूर कर बचाया जा रहा है
अंतिम दरस पर ना अपनों को भुलाया जा रहा है
कहने को बहुत रहीश है हम
मगर लावारिस सा हमारी लाश को जलाया जा रहा है।।
1 Comments
Bahut khoob
ReplyDelete