|| बस उसको चाहना||
उसकी जुल्फों का जादू
जाए तो उतरे नहीं
उसकी आंखों की वो कातिलाना झलक
है कमाल है।।
जो देखे देखता रह जाए
नशा ऐसा जो हर सही बंदा भी करना चाहे।
और हम तो जनाब पहले से बिगड़े थे
कर बैठे यार एक मीठा सा प्यार।
वो नशा कर लिया
जिसके बाद कोई नशा हुआ ही नहीं
उसके अलावा आज तक कोई दिखा ही नहीं
मशहूर था हमारा नाम हमारी गलियों में
मगर जब से वह दिखी यह शख्स अपनी गलियों का रहा ही नहीं।।
की जान चली जाती है
जब रूठ जाती है।
आंखें भर आती हैं
वह बोलते बोलते चुप जाती है।।
क्या गुनाह कर दिया यह सोचना
उसके लिए अपनी हद में रहना
अच्छा लगता है यार
किसी का ,,,,,किसी का होना।।
बातें करना ,,,,,,बखूबी निभा ना
मोहब्बत के हर पल को रंगों से सजाना
कभी रोना है कभी रुलाना
अच्छा लगता है यार किसी को शिद्दत से चाहना।।
कई दिनों तक बात ना करने वालों का
एक दूसरे से बोले बिन ना रह पाना
हर वक्त एक दूसरे के लिए कुछ ना कुछ दुआएं करना
अच्छा लगता है यार किसी को अपनी खुशियों से ज्यादा चाहना।।
उसकी हां हो तो सब से लड़ जाना
गुना बोल दे तो किसी की भी खरी-खोटी सुन लेना
अच्छा लगता है यार
हर दूसरे शख्स से उसके लिए लड़ जाना।।
उससे गुस्सा होते हुए भी बस उसकी तारीफ करना
हर वक्त उसे याद करना
उसकी ऑनलाइन आने का इंतजार करना
अच्छा लगता है
अपनी जिंदगी में किसी और के लिए जीना।।
5 Comments
Good bro.
ReplyDeleteBehtreen Bro....
ReplyDeleteAk dam zharrrrr
ReplyDeleteYe bhi keher....
ReplyDeleteSuperb writer.....
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