|| रक्षाबंधन ||
ज़िन्दगी का सबसे बड़ा राज बताता हूँ
आप चाहे जैसे भी लग रहे हो मगर
बहन बोल दे ना कि smart लग
रहे हो , फिर ऐसे तन के चलते है
जैसे हम से ज्यादा इस दुनिया में
कोई smart नहीं |
ज़िन्दगी में ज़िन्दगी के बाद तक आप को संभाल
लेती है
बहन है साहेब फटी जेब से पैसे निकल
लेती है
की साल भर बड़ी-बड़ी डिमांड करती है
मगर रक्षाबंधन को जो दे दो चुपके से रख लेती है
बहन है साहब हालात हो या दिली
ख्वाहिस ये सब पहचान लेती है |
कि जन्नत का नूर फीका एक भृम
सा लगता हैं
सारी दुनिया का पैसा भी कम सा लगता है
और एक भाई का किसी चीज़ में मन
लगे न लगे
मगर बहन को परेशान करने
मे बड़ा मन सा लगता है |
बहन एक हो हजार
लाएगी आपके घर खुशियों की बहार
और भाइयो जेब ढीली कर लो
हय मुबारक रक्षा बंधन का त्यौहार हो
मैं शोहरत कमाऊ ये इल्तजा है मुझसे
आज बहने खफा है मुझसे
और रूठ कर मुँह नहीं फुलायेगी साहेब
आज रूठ कर खुद को मनना है मुझसे
की उस इंसान की सारी गलतिया माफ़ कर दी जाएँगी
जिसे बहने अता के दी जाएँगी
कि खुशिया अता नहीं होती
2 Comments
So nice
ReplyDeleteNice bhai gjb
ReplyDelete